जवाहरलाल नेहरू का जीवन परिचय । Jawaharlal Nehru biography in hindi.
Jawaharlal Nehru biography in hindi. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री Pandit Jawahar lal Nehru के जन्मदिवस पर बालदिवस ( Children day ) का त्यौहार मनाया जाता है । क्योंकि नेहरू जी बच्चों को बहुत पसंद थे और बच्चों से बहुत प्यार करते थे । बच्चों ने चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे । अगर हम । Jawaharlal Nehru biography को विस्तार से पढें तो अपने श्रेष्ठ सारी सीख पाने को मिलती है ।
नेहरू जी एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे देश को आजाद कराने में नेहरू ने महात्मा गांधी साथ प्रमुखता से रहे । नेहरू जी में अंदर देश की ललक स्पष्ट तौर पर दिखाई देती थी, महात्मा गांधी उन्हें अपना शिष्य मानते थे, उनकों नेहरू जी बहुत ही प्रिय थे, नेहरू को व्यापक रूप से आधुनिक भारत के रचयिता माने जातें हैं ।
Jawaharlal nehru भारत के प्रथम प्रधानमंत्री एवं विख्यात Politician थे । 1930 के दशक में वे देश के जाने माने नेता थे । सन 1947 में प्रधानमंत्री बनने के बाद संसदीय विस्तार एवं गुट निरपेक्ष नीति के लिए जाने जाते थे । इनसे पहले विदेश से लौटने के बाद 1919 में उनकी मुलाकात महात्मा गांधी से हुई । सन 1929 में नेहरू को कांग्रेस का अध्यक्ष चुना गया । अंग्रेजी शासन के खिलाफ लड़ाई में उन्हें करीब 8 बार जेल की यात्रा भी करनी पड़ी । तो चलिए Bio4hindi में जानते है - Jawaharlal nehru biography in hindi -
पंडित जवाहरलाल नेहरू के परिवार व जीवन परिचय । Jawaharlal Nehru biography in hindi.
पंडित जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नबम्बर सन् 1889 को नई दिल्ली में हुआ था । पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे उनके पिता वैरिष्टर एवं समाज सेवी थे, नेहरू जी सम्पन्न परिवार में से इकलौते बेटे थे, इनके अलावा उनके तीन बहनें थी । इनकी माता श्रीमती स्वरूपा रानी थी । उनकी पत्नी का नाम श्रीमती कमला नेहरू थीं और एकलौती बेटी इंदिरा प्रियदर्शनी थी ( श्रीमती इंदिरा गांधी ) और इसके अलावा उनके तीन बहनें थीं । नेहरूजी कश्मीरी वंश के कश्मीरी कौल ब्राह्मण थे । जो सन 1716 में कश्मीर से दिल्ली आए थे ।
उन्होनें देश के नामी विद्यलयों में शिक्षा ग्रहण की थी, उन्होंने हैरो स्कूल के कालेज से लॉ की शिक्षा प्राप्त की थी! इसके बाद कैब्रिज विश्व विद्यालय से कानून का शिक्षा ग्रहण किया । उन्होनें सात वर्ष इंग्लैंड में रहकर समाजवाद एबं आयरिस राष्टवाद की जानकारी विकसित किया ।
नेहरूजी एक सम्पन्न परिवार के एकलौता व्यक्ति थे, उन्हें गुलाब का फूल बहुत पसंद था जो अपने शेरवानी में हमेशा सजा कर रखते थे । नेहरूजी बच्चों से अति प्यार करते थे एबं बच्चों भी चाचा नेहरू के नाम से संबोधित करते थे । उन्होनें डिस्कवरी आफ इंडिया के रचयिता के रूप में भी विख्यात थे ।
पंडित जवाहरलाल नेहरू जी राजनैतिक सफर । jawaharlal nehru Political apprenticeship -
स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू जी सन् 1917 में होम रूल लीग से जुड़ गये । सन् 1919 में महात्मा गांधी जी के संपर्क में आये और उनके विचारों से प्रभावित होकर राजनीतिक ज्ञान गांधी जी के सानिध्य में प्राप्त किये नेहरूजी ने प्रथम बार राजनीतिक क्षेत्र में कदम रखे । उन्होने बिट्रिश द्वारा किये जाने वाले अन्याय को करीब से देखा । सन् 1919 में गांधी जी ने रोलेक्ट एक्ट अधिनियम के खिलाफ मोर्चा खोल रखा था ।
नेहरू जी ने गांधी जी के सविनय आवज्ञा आंदोलन से प्रभावित थे नेहरूजी के साथ- साथ उनके परिवार के भी गांधी जी के नीतियों का अनुसरण किया । सन् 1924 में इलाहाबाद के नगर निगम के अध्यक्ष के रूप में शहर की सेवा की, सन् 1926 में इस्तीफा दे दिये और अखिल भारतीय काग्रेस के महासचिव नियुक्त हुए । सन् 1928-29 तक मोतीलाल नेहरू जी के अध्यक्षता में काग्रेस का वार्षिक सम्मेलन लाहौर में किया गया जिसमे सभी ने एक मत होकर प्रस्ताव पारित किया गया । सन् 26 जनवरी 1930 को नेहरू जी ने भारत का स्वतंत्र ध्वज लहराये है ।
देश के प्रथम प्रधानमंत्री मंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का चुनाव-
सन् 1935 में बिट्रिश सरकार ने जब इस अधिनियम को पारित कर दिया तब कांग्रेस ने चुनाव लडने का फैसला कर लिया नेहरू जी ने चुनाव से बाहर रहकर कांग्रेस का भरपूर समर्थन किया तब कांग्रेस हर प्रदेश में सरकार बनाई और सबसे अधिक जगहो पर शानदार जीत हासिल किया ।
सन् 1936 से 37 तक में नेहरूजी को कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया गया । सन् 1942 में गांधी जी ने भारत में भारत छोडो़ अंदोलन का नारा बुलंद किया, इस अंदोलन में नेहरूजी गिरफ्तार कर लिये गये और सन् 1945 तक जेल में बंद रहे । अंत में सन् 1947 में सत्ता का हस्तांतरण हुआ । 15 अगस्त सन् 1947 को भारत के प्रथम प्रधानमंत्री श्री पंडित जवाहरलाल नेहरू जी को नियुक्त किया गया ।
भारत के स्वतंत्र होने के बाद अंग्रेजी सरकार ने लगभग 500 देशी रियासतों को भी आजाद कर दिया था जिसे एक झंडे के नीचे खड़ा करना नव निर्वाचित प्रधानमंत्री के लिए सबसे बड़ी चुनोती थी लेकिन Jawaharlal nehru ने अपनी सूझबूझ से आधुनिक भारत का नवनिर्माण किया । उन्होंने 3 बार पंचवर्षीय योजनाओं के माध्यम से विज्ञान व प्रोधोगिकी के साथ साथ उधोग धंधो को विकसित किया ।
Jawaharlal nehru ने प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में एशिया और अफ्रीका में उपनिवेशवाद को समाप्त करने के लिए जोसिप ब्रोज़ टिटो और अब्दुल गमाल नासिर के साथ गुट निरपेक्ष आन्दोलन की शुरुआत की । उन्होंने स्वेज नहर विवाद सुलझाने, कांगो समझौते को अन्य समस्याओं को जैसे कोरियाई युद्ध का अंत करने पर जोर दिया।
पंडित जवाहरलाल नेहरू जी क्या मिला सम्मान
सन् 15 जुलाई 1955 को सम्माननीय राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद के द्वारा भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किये गये । इतना ही नहीं भारत का एक एक व्यक्ति अपने वचनों द्वारा बारंबार सम्मान के पात्र होने का समर्थन किया करते थे ।
पंडित जवाहरलाल नेहरू जी का मृत्यु कब और कैसे हुई
27 मई सन् 1964 को सुबह वाथरूम से लौटते हुये कमरे में आये तो उनके पीठ में दर्द की शिकायत हुई जिसके बाद डाक्टरों को बुलाया गया इतने में नेहरूजी बेहोश हो गये और बेहोशी हालत में उनके प्राण निकल गये । 27 मई 1964 को करीब दो बजे ऐलान किया गया कि भारत के प्रधानमंत्री का हृदयाघात हो जाने के कारण देहांत हो गया ।
भारत के प्रधानमंत्री स्वर्गीय पंडित जवाहरलाल नेहरू जी आजाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे नेहरू जी भारत को आजाद कराने पर कभी भी चैन से नहीं बैठे सतत् देश को मजबूत करने में अपना महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये किसी भी प्रकार का कोई कोर कसर नही छोडा़ और विभिन्न पदों पर रहते हुए देश सेवा में सहयोग प्रदान किये और भारत विकास के स्वच्छ ईमानदार छवि के प्रथम प्रधानमंत्री के रूप में पुरोधा थे । ऐसे महान राजनीतिज्ञ Jawaharlal nehru ji को मेरा शत शत नमन ।। अमरनाथ सोनी ।।