राजेश खन्ना का जीवन परिचय । Rajesh khanna biography in hindi.
Rajesh khanna biography in hindi. राजेश खन्ना एक भारती बॉलीवुड अभिनेता निर्देशक एवं निर्माता भी थे। उन्होंने कई हिंदी फिल्में बनाई और राजनीति में भी प्रवेश किया। नई दिल्ली लोकसभा सीट के 5 वर्ष 1991 से 1996 तक कांग्रेस पार्टी के सांसद और बाद में उन्होंने राजनीति से संन्यास ले लिया था । वे भारतीय हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार थे ।
सुपरस्टार राजेश खन्ना ( Rajesh khanna ) को उनके चाचा चुन्नीलाल खन्ना, चाची लीलावती खन्ना ने ने गोद लिया था । क्योंकि राजेश खन्ना के माता-पिता की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण वे उनका पालन पोषण करने में असमर्थ थे। धीरे-धीरे मुंबई से ही राजेश खन्ना, 1962 में एक नाटक का किरदार करने को दिया गया। किरदार अंधा युग में एक घायल सैनिक का किरदार निभाया जिससे वह सुपर हो गए । और उसके बाद उन्हें फिल्मों में काम मिलने लग गया । नाटकों का किरदार करते-करते फिल्मी दुनिया जगत में पहुंच गए। तो आइए जानते है - Rajesh khanna biography in hindi.
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राजेश खन्ना का जन्म, परिवार, आयु एवं शिक्षा । Rajesh khanna biography in hindi.
राजेश खन्ना का जन्म 29 दिसंबर 1942 को हुआ था। इनके पिता का नाम हीरानंद खन्ना था। इनके पिता गिरगांव के सेंट सेब स्टियन गोअन स्कूल के हेड मास्टर के पद पर कार्य करते थे । इनकी माता का नाम चंद्रा रानी खन्ना था । इनकी हवेली खन्ना नाम से जानी जाती थी ।
भारत और पाकिस्तान के विभाजन में इन्हें भारत चुनना पड़ा गिरगांव पाकिस्तान में था । इसलिए अपना सब कुछ छोड़ कर इनका परिवार अमृतसर में रहने लगा । वहां परिवार चलाने में बहुत परेशानियां होने लगी, क्योंकि उस समय उनकी नौकरी भी छूट गई थी । बहुत परेशानियां हो रही थी।
इनके बड़े भाई का नाम नरेंद्र था। और इनकी चार बहने भी थी चंचल, विजया मंजू और कमला थी।कमला यू के में डेंटिस्ट भी रह चुकी थी। तब इनके पिता ने इन्हें मुंबई में रहने वाले अपने रिश्तेदार चुन्नीलाल जी को 6 साल की उम्र में राजेश खन्ना को गोद दे दिया था। चुन्नीलाल जी एक बिजनेसमैन थे | वह मुंबई में रेलवे कांटेक्ट के रूप में काम करते थे । इनके सरस्वती निवास और ठाकुरद्वार था । पंजाब में सब लोग छोटे बच्चे को काका कहकर बुलाया करते थे। तभी से सब इन्हे काका कहकर बुलाने लगे।
Rajesh khanna biography in hindi.
वास्तविक नाम - जतिन खन्ना ।
उपनाम - सुपरस्टार ।
व्यवसाय - अभिनेता, निर्माता और राजनीतिक ।
कुल व्यक्तिगत जीवन - 69 वर्ष तक का रहा।
जन्म स्थान - अमृतसर, पंजाब, भारत
मुख्य ग्रह - मुंबई महाराष्ट्र ।
महाविद्यालय - नौराजी वाडीया कॉलेजबन्द पुणे।
विश्वविद्यालय - के सी कॉलेज मुंबई ।
शैक्षणिक योग्यता - कला में स्नातक ( 1963 )
पसंदीदा गाना - मेरे सपनों की रानी कब आएगी तू। रूप तेरा मस्ताना (1969 मै अराधना) में एक ही शोट में फिल्माया गया था।
पसंदीदा प्रमुख फिल्में - आनंद अमर प्रेम, अवतार, सौतन, दुश्मन, आराधना थी। कॉमेडी वाली पिक्चरें जोरू का गुलाम, दिल दौलत और दुनिया, बाबर ची, भोला भाला आदि थी।
पसंदीदा अभिनेता - गुरु दत्त, दिलीप कुमार, धर्मेंद्र
अभिनेत्री - मीना कुमारी और गीता बाली
पता - आशीर्वाद कार्टर रोड बांद्रा मुंबई।
राजेश खन्ना का प्रारम्भिक शिक्षा, जीवन । Rajesh khanna biography in hindi.
मुंबई में स्थित गिरगांव के सैंट सेबेस्टियन गोअन हाई स्कूल मे हुई । सुपरस्टार राजेश खन्ना के सहपाठी रविंद्र कपूर थे, जो आगे चलकर हिंदी फिल्मों में अभिनेता जितेंद्र कुमार के नाम से प्रसिद्ध हुए। राजेश खन्ना को नाटक में अभिनय करना बहुत अच्छा लगता था । कॉलेज लाइफ में इन्होंने बहुत नाटक किए और इनाम भी बहुत जीते। अभिनेता जितेंद्र कुमार साथ-साथ पढ़ने जाया करते थे। इसके अलावा राजेश खन्ना ने जितेंद्र कुमार की मदद की जब वह पहली बार ओडिशन देने गयें थे।
Rajesh khanna कई नाटक में भी भाग लेते रहते थे और कई पुरस्कार भी जीते। 1962 में धर्मवीर भारती के नाटक में उन्होंने अपना किरदार निभाया । तब उन्हें चीफ गेस्ट ने कहा काका तुम्हें फिल्मों में काम करना चाहिए । तबसे इनके मन में फिल्मों के अभिनय करने का शौक चढ़ा, इनके पिता इनका विरोध करते थे। फिर इन्होंने अपने मामा पी के तलवार से कहा तब इनके मामा ने इनका नाम राजेश रखा । उन्हें आगे बढ़ने का हौसला दिया। फिर फिल्मो मेंअपना ऑडिशन देते रहे और फिल्म जगत में अपना नाम कमाया।
राजेश खन्ना को धर्मेंद्र अपना छोटा भाई मानते थे । धर्मेंद्र जब भी राजेश खन्ना से मिलते थे तो उन्हें गले लगाकर चुम लिया करते थे । उनके साथ भी इन्होंने बहुत सारी फिल्में की, मुमताज इनके घर के पास ही रहती थी। शर्मिला टैगोर भी इनकी दोस्त थी, रीना राय, श्रीदेवी, रेखा, हेमा मालिनी, मुमताज, पूनम ढिल्लों, स्मिता पाटिल, नंदा, जयाप्रदा आदि कई अभिनेत्रियों के साथ उन्होंने फिल्मों में काम किया। 1980 में टीना मुनीम सुभाष जी भी इनके साथ धे। डेविड धवन की फिल्म स्वर्ग इनकी अंतिम फिल्म थी।
1991 से 1996 तक के सांसद रहे । नेता से अभिनेता बने और राजनीतिक संन्यास दे दिया । 1995 में फिर ऋषि कपूर की फिल्म आ अब लौट चलें में अभिनय किया। राजेश खन्ना का कहना था मुझे अवार्ड हासिल करने के लिए 40 साल लगे और 180 फिल्में बनाई । सुपरस्टार राजेश खन्ना के बारे में एक फिल्मोग्राफी (इनसाइकोलॉपीडिया) पुस्तक लिखी गई, जिसमें उनकी सारी फिल्मों का संग्रह है। एक बार राजेश खन्ना अपने प्रशंसनीय लोगों के बीच में ठुमका लगा ते हुए बड़े खुश नजर आ रहे थे।
राजेश खन्ना की कारें | Rajesh khanna car's.
18 वर्ष की उम्र में राजेश खन्ना के पास 1एम जी स्पोर्ट्स कार थी। राजेश खन्ना इसका उपयोग अपने संघर्ष अवधि के दौरान ऑडिशन देने के लिए किया करते थे। इनके पिताजी के पास एमजी मैग्नेट एक्सचेंज, lV एमजी मीडिएट स्पोर्ट्स और एमजीए रोडस्टर 1600 मॉडल कार थी और इनका भी राजेश खन्ना ही चलाया करते थे।
Rajesh khanna के पास जो कार थी, वैसी किसी और के पास नहीं थी। जब भी कोई नया मॉडल आया था। अपने लिए एक कार खरीद लिया करते थे । एक कार उन्होंने अपनी बेटी को भी गिफ्ट की थी। इनको शौक था कुछ कार तो ऐसे थे जो दुनिया मे किसी के पास नहीं थी।
राजेश खन्ना का विवाह । Rajesh khanna wife name.
सन 1973 में सुपरस्टार राजेश खन्ना की शादी डिंपल कपाड़िया के साथ तय हुआ । राजेश खन्ना की उम्र अभिनेत्री डिंपल कपाड़िया ( Dimple kapadia ) से डबल थी । राजेश खन्ना ने अपने विवाह की बारात उसी गली से निकाली जहां मंजू महेंद्र रहा करती थी। डिंपल कपाड़िया से बेटा कोई नहीं था। राजेश खन्ना के 2 बेटियां थी ट्विंकल खन्ना ( Tivinkle khanna ) (इंटीरियर डिजाइनर ) अभिनेत्री एवं रिक्की खन्ना थी। Twinkle Khanna की शादी अक्षय कुमार से हुई थी ।
11 साल तक वैवाहिक जीवन रात बिताने के बाद डिंपल कपाड़िया को ऐसा लगा कि यह जिंदगी नरक के समान है। और बस उन्होंने अलग रहने की ठान ली। सुपरस्टार राजेश खन्ना का डिंपल कपाड़िया का तलाक, नहीं हुआ था बस यह अलग अलग रहने लग गए थे। क्योंकि डिंपल कपाड़िया पिक्चर में काम करना चाहती थी। और राजेश खन्ना उन्हें करने देना नहीं चाहते थे। इसीलिए यह अलग अप्रैल 1982 में हुई।
1968 से 1972 तक टीना मुनीम टीना अंबानी अभिनेत्री 1980 से 1986 तक, अनिता आडवाणी गर्लफ्रेंड अंजू महेंद्र जी राजेश खन्ना के साथ 7 साल तक एक ही रिश्ते में रहे। राजेश खन्ना अंजू महेंद्र से विवाह करना चाहते थे, मगर अंजू महेंद्र उनसे विवाह करना नहीं चाहती थी। 1 साल तक राजेश खन्ना ने अंशु महेंद्र को बहुत शादी के लिए कन्वेसं किया, फिर यह दोनों अलग-अलग हो गए।
राजेश खन्ना का फिल्मी केरियर | Rajesh khanna filmi career.
सुपरस्टार राजेश खन्ना के पिता जी को अभिनेता बनने के खिलाफ थे । फिर भी उन्होंने फिल्म फेयर द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता में भाग लिया। जिसमें 10,000 में से 8 लड़के चुने गए । और उनमें से राजेश खन्ना को विजेता घोषित किया गया।
Rajesh khanna ने 1965 में ऑल इंडिया कांटेक्ट जीता था। 1965 में इन्होंने राज फिल्म में डबल रोल किया उनकी पहली फिल्म बबीता के साथ थी तब उन्हें देखकर यह हैरान हो गए थे और अपना रोल भी ढंग से नहीं कर पाए थे। उन्होंने 1966 में अपनी पहली फिल्म आखिरी खत के, अभिनय से शुरुआत हुई। उनकी पहली फिल्म आस्कडके लिए निर्धारित हुई ।आखरी खत फिल्म के निर्देशक चेतन जी ने निर्देशित की थी। इनकी दूसरी फिल्म हमराज जिसे रविंद्र दावे ने निर्देशित किया था। राज, बहारों के सपने, आखरी खत इनकी लगातार तीन कामयाब फिल्में रही और बहारों के सपने उनका असफल हुई । इन्होंने 1966 से 1993 में 74 स्वर्ण जयंती फिल्में की ।
Rajesh khanna biography in hindi.
उन्होंने 1966 से 1991 में 22 रजत जयंती फिल्में का अभिनय किया। उन्होंने 1966 से 1996 में 9 सामान्य हित्त फिल्म किया। फिल्मी दुनिया में प्रिंस और रोमांटिक मूड में बातें किया करते थे । और उनकी हर बातें अच्छी स्टाइल में होती थी। जैसे पुष्पा मुझसे ये आंसू नहीं देखे जाते हैं। आई हेट यू, बाबू मोशाई आदि, उनकी इन्हीं अदाओं से यह फिल्मों में और लोगों में प्रसिद्ध हुए।
उन्होंने 1996 से 2013 तक में 163 फिल्मों में काम किया और 105 फिल्में इनकी हिट रही थी। राजेश खन्ना ने कुल 180 फिल्मो में काम किया। और 163 फिचर फिल्मों में काम किया। 128 फिल्मों में मुख्य भूमिका निभायी। 12 फिल्मो में इन्होंने दोहरी भूमिका भी की है। 17 छोटी फिल्मों में भी काम किया है। 2 से 3 साल तक के 1969 से 71 के अंदर राजेश खन्ना ने 15 सोलो हिट फिल्म में अभिनय करके बॉलीवुड का सुपरस्टार कहां जाने लगे।
1969 की आराधना ने हीं राजेश खन्ना को सुपरस्टार बनाया । सुभाष भाई भी पहले इनके साथ एक्टर हुआ करते थे । और इनके साथ रोल किया करते थे, आराधना फिल्म इनकी तो हफ्तों तक क्षेत्र में दिखाई गई थी। मुमताज के साथ फिल्माई गई सुपरस्टार राजेश खन्ना की सारी फिल्में सुपरहिट गई थी ।
राजेश खन्ना की दोहरी भूमिका वाली फिल्में । Rajesh khanna double roll films.
दर्द, आराधना, धर्म और कानून, कुदरत, सच्चा झूठा, हम दोनों, हमशकल, महबूब, भोला भाला आदि फिल्म दोहरी भूमिका वाली थी। रोटी फिल्म कादखान ने लिखी थी। और मनमोहन देसाई से उन्होंने ₹21000 की मांग की थी। ₹21000 लूंगा तब मनमोहन देसाई ने उनसे कहा ₹1,21,000 दूंगा। कश्मीर राजेश खन्ना का दूसरा घर हुआ करता था इनकी हर फिल्म का एक गाना कश्मीर में फिल्माया जाता था ।
राजेश खन्ना के ज्यादा कर के गीत किशोर कुमार ही गाया करते थे । किशोर कुमार राजेश खन्ना के खास दोस्त थे।फिल्म ममता की छांव जिसके निर्देशक किशोर कुमार थे। उनका कहना था मेरी जिंदगी के पल गाने के लिए मैंने काका के लिए ड्यूटी कर रखे हैं। आर डी बर्मन के काल में भी राजेश खन्ना की कई फिल्मों के गीत गाए गए । लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने भी इनकी फिल्मों में गीत गाए हैं।
फिल्म म्यूजिक डायरेक्टर महमूद अली शक्ति सामंत, शम्भी कपूर, दीनदयाल शर्मा, महादेवन, बासु चटर्जी, आदित्य़ । इनकी फिल्म स्टार व दोस्तों में शर्मिला टैगोर भी रही हैं।
राजेश खन्ना की फिल्मों के नाम | Name of Rajesh khanna films in hindi.
1965 में राज फिल्म में इन्होने डबल रोल निभाया।
19 67 में बहारों के सपने, औरत ।
19 69 में दो रास्ते, आराधना
1970 में सच्चा झूठा, सफर
1971 में इनकी फिलिप हाथी मेरे साथी, अंदाज ,छोटी बहू, आनंद, आन मिलो सजना, कटी पतंग, अंदाज ।
1972 में महबूब की मेहंदी, दिल, मालिक, शहजादा, दौलत दुनिया, अमर प्रेम, दुश्मन।
1973 नमक हलाल, दाग
1974 में आप की कसम, रोटी
1975 में प्रेम कहानी ।
1976 में महा चोर
1977 में छलिया बाबू, कर्म, अनुरोध, आशिक हूं बहारों का, पलकों की छांव में और त्याग।
1978 में नौकरी, भोला बाबा
1979 में प्रेम बंधन, अमरदीप, मुकाबला, जनता हवलदार,
1980 में थोड़ी सी बेवफाई
1985 में हम दोनों, अलग-अलग, आखिर क्यों, जमाना, निशान, आवारा बाप ।
1986 में शत्रु, अंगारे, अमृत, नसीहत, अनोखा रिश्ता ।
1987 में आवाम नजराना और गीता ।
1988 में विजय
1989 में मैं तेरा दुश्मन
1990 में स्वर्ग आदि ।
अन्य - जानवर, धनवान, ऊंचे लोग, आन मिलो सजना, मैं तुलसी तेरे आंगन की । पहली फिल्म में बोलना भुल गये तब उन्होंनें सोचा मुझे कुछ भी करके आगे बढ़ना है और इसी जुनून ने उन्हें सुपर स्टार बनाया।
Rajesh khanna facts.
राजेश खन्ना को अभिनेता राजेंद्र कुमार का बंगला बहुत पसंद था । वे कहते थे मेरे पास पैसा हो तो मैं भी इनके जैसा बंगला बनाऊं और राजेंद्र प्रसाद अपना बंगला डिंपल बेचना चाहते थे। परंतु उस समय राजेश खन्ना के पास इतना पैसा नहीं था तब उन्हें निर्माता ने पैसे दिए और कहा कि तुम यह खरीद लो । राजेश खन्ना ने राजेंद्र प्रसाद का डिंपल बंगला खरीदा और उसका नाम आशीर्वाद रखा। उसी आशीर्वाद बंगले में डिंपल कपाड़िया आकर रहने लगी।
Rajesh khanna biography in hindi.
1990 में राजेश खन्ना अपनी फिल्म जय शिव शंकर बनाना चाहते थे, जिनके निर्माता वह खुद थे ,परंतु यह फिल्म पूरी नहीं हो पाई। 1981 में मराठी भाषा में भी उन्होंने फिल्म में काम किया और वह फिल्म सुपरहिट सुपरस्टार राजेश खन्ना को डांस करना नहीं आता था वह अपनी कमर को टेढ़ा मेढ़ा घूम आते थे कभी-कभी लोगों के हंसी का पात्र भी बनते थे ।
मुमताज ने राजेश खन्ना के साथ आठ फिल्मों में काम किया और उनकी सारी फिल्में सुपरहिट रही। राजेश खन्ना के बाद फिल्म जगत में प्राण का नाम आता है दोनों ही सबसे सुपर फिल्म स्टार थे। धीरे-धीरे राजेश खन्ना अपनी फिल्मों की रेट बढ़ाते गये।
राजेश खन्ना के प्रमुख मित्र प्राण अमिताभ बच्चन, अशोक कुमार, किशोर कुमार, मोहम्मद अली, आनंद बक्शी 1970 से 1980 तक दर्शकों में लोगों ने जैसे कपड़े राजेश खन्ना पहनते थे । वैसे ही पहनना शुरू कर दिया जो चीज राजेश खन्ना यूज करते वही सारी जनता यूज करने लगी थी। इनके म्यूजिक वाले लाइटर से भी लोग बहुत प्रभावित हुए । बड़ी-बड़ी बेलबॉटम वाली फैशन, बड़े-बड़े चश्मे वाली फैशन बड़े-बड़े बालों वाली फैशन, छोरियां इन पर बहुत मरती थी। दिल्ली की छोरियां इनके फोटो से शादी कर लेती थी। फिल्म स्टार स्टार था।
राजेश खन्ना के पुरस्कार । Rajesh khanna Awards -
सुपरस्टार राजेश खन्ना को तीन फिल्मों में उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनय के लिए तीन बार फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और 14 बार मनोनीत किया गया। बंगाल फिल्म जनरलिस्ट एसोसिएशन द्वारा हिंदी फिल्म में के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार भी अधिकतम चार बार उनके ही नाम पर रहा और पच्चीस बार उसे मनोनीत किया गया।
1971 में सच्चा झूठा फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
1972 में आनंद फिल्म में फिल्म फेयर अवार्ड से सम्मानित किया गया।
1973 में फिल्म अनुराग में फिल्म फेयर विशिष्ट अतिथि नेता अवार्ड के रूप में सम्मानित किया गया,
बावर्ची फिल्म में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए 1973 में बी एफ एम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
1974 में फिल्म नमक हराम में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता बीएच एफ अवार्ड से पुरस्कृत किया गया।
1975 में फिल्म अविष्कार के लिए फ़िल्मफ़ेयर सर्वश्रेष्ठ अभिनेता सम्मान से सम्मानित किया गया।
1987 में फिल्म अमृत में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता के लिए बी ए टी एम उस कार से सम्मानित किया गया।
1991 में भारती उद्योग फिल्म के 25 वर्ष पूरे होने पर फिल्म फेयर स्पेशल अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2005 में उन्होंने फिल्म फेयर का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया,
2005 में प्राइस ऑफ फिल्म इंडस्ट्रीज अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2005 में फिल्म फेयर ( स्वर्ण जयंती समारोह) अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2009 में आई आई एफ ए आईफा लाइफ केयर अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
2009 में ऑल इंडिया फिल्म वर्कर्स एसोसिएशन लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया।
राजेश खन्ना ने Best actor के भी कई खिताब मिले हैं। राजेश खन्ना के मरने के बाद इन्हें साल 2013 पद्म भूषण अवार्ड से सम्मानित किया गया था । इसी वर्ष इंडियन ऑफ ने इनके नाम का भी डाक टिकट जारी किया गया।
1994 में भी एक फिल्म की खुदाई। 2001 से 2002 में दो सीरियल टी वी भाभी मां और अपना पराया सीरियल की 2008 से 2009 में भी टीवी सीरियल किया। रघुकुल रीत चली आई, जो बहुत ही प्रशंसनीय धारावाहिक रहा। राजेश खन्ना के 74 सिल्वर जुबली 1980 से 2011 तक में यह 22 जुबली फिल्में बनाई है।
24 जनवरी 2011 को जीनत अमान और अपने अन्य दोस्तों के साथ शिर्डी के साईं बाबा के गए। शिर्डी के साईं बाबा की पूजा की और वहां लोगों के बीच में एक स्पीच दी । जो स्पीच आज भी मंदिर के अधिकारियों के पास में है। राजेश खन्ना अपनी बेटियों से बहुत प्यार करते थे । इनकी बेटी ट्विंकल के एक बेटा आरव जिसके नाना बनकर राजेश खन्ना बहुत खुश हुए ।
Rajesh khanna biography in hindi.
विपिन ओबरॉय ने राजेश खन्ना की हर तरह की फोटो का एक एल्बम बना रखा था । वह कैसे करके एक बार उसने राजेश खन्ना तक पहुंचा दिया । जिसे देख कर राजेश खन्ना बहुत प्रसन्न हुए । उसे अवार्ड गिफ्ट किया। राजेशखन्ना ने उसे एक फुट वेन, ट्री उसको दिया । जिसका नाम द ट्रीऑफ राजेश खन्ना रखा गया था। 1990 से आज तक वह दुकान वही और बहुत मशहूर है। जनपद दिल्ली में इसका इनॉग्रेशन भी किया।जिसमें राजेश खन्ना 500 बार वहां आए। खुद उसका निरीक्षण भी किया । और एक एग्जीबिशन में उन्होंने वो सारी फोटो लगाइ जो विपिन ओबरॉय ने उन्हें दी थी । और उसे राजेश खन्ना ने आशीर्वाद भी दिया था। साउथ फिल्मों के निर्देशक निर्माता इन्हीं शिवाजी गणेशा कहां करते थे। राजेश खन्ना की साल में दो फिल्में बना करती थी ।
1966 से 1991 तक के दौर में साउथ के लोगों ने अपने बच्चों का नाम राजेश ही रखा गया था। अपनी फिल्म में म्यूजिक समझ नही आता तो वै, बात को टाल देते थे और जब म्यूजिक समझ में आता है तब वह कहते हैं यह म्यूजिक है। राजेश खन्ना का कहना है मैं 10 साल का था तब से मेरी नाटकों, थिएटर से मुलाकात हुई ।
राजेश खन्ना की मृत्यु । Rajesh khanna death.
2011 में जब उन्हें पता चला कि उन्हें कैंसर है । परंतु उन्होंने लोगों को यह खबर नहीं लगने दी । उसके बाद से इनके जो खास मित्र थे वहीं से मिलने आया करते थे धीरे-धीरे राजेश खन्ना का वजन 1967 में था दिशा होने लगा था एक स्पीच में 2012 में आखिरी बार अपने बंगले आशीर्वाद से बाहर निकले थे सब लोगों के लिए वही सुपरस्टार की आखिरी मुलाकात थी। बार वे अपने दोस्तों से मिलने के लिए |
काफी समय से कैंसर की बीमारी के चलते हुए राजेश खन्ना की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी।और 14 जुलाई को इनकी आवाज भी धीरे धीरे बंद हो रही थी । और खाना भी छूट रहा था, वे अस्पताल में भर्ती थे । उनका कहना था कि मेरा अंतिम समय मेरे बंगले आशीर्वाद में ही बीते, इसलिए वह अस्पताल से छुट्टी लेकर आ गए थे। ।
Rajesh khanna biography in hindi.
18 जुलाई 2012 को आशीर्वाद बंगले में उन्होंने दोपहर मेंअपनी आखिरी सांस ली।19 जुलाई 2012 को पवह हंस शवदाह गृह में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनकी चिता को मुखाअग्नि अक्षय कुमार की सहायता से, उनके 9 वर्षीय बेटे द्वारा नाना को दी गई । फिल्म स्टार पूरी दुनिया को अलविदा कह गए। 25 जुलाई 2012 को फिल्म अभिनेता के पूरे परिवार वालों ने मिलकर सुपरस्टार की अस्थियों का विसर्जन ऋषिकेश हरिद्वार में गंगा में विसर्जन कर दिया।
राजेश खन्ना की सम्पति / विरासत । Rajesh khanna property.
- Rajesh khanna अपनी दोनो बेटियों के लिए एक हजार करोड़ से अधिक की सम्पति छोड़ गए थे ।
- लाला लाजपत नगर दिल्ली में एक पार्क का नाम भी सुपरस्टार रखा गया।
- गिरगांव के एक चौराहे का नाम की राजेश खन्ना चौराया रख दिया गया था।
- मृत्यु की पहली वर्षगांठ पर काशी का एक स्टेचू डिंपल द्वारा जनता को सौंप दिया गया था ।
उनके जाने के बाद सब ने अपने अपने हिसाब से उन्हें कहा अमिताभ बच्चन का कहना था कि सुपरस्टार काका राजेश खन्ना के लिए ही बना था जो उनके साथ चला गया और किसी का नाम हुई नहीं सकता। राजेश खन्ना कहा करते थे सुपरस्टार के नंबर वन नंबर दो नहीं हुआ करते दोस्त नंबर तो रेस में दौड़ने वाले घोड़े के हुआ करते हैं।
Rajesh khanna की अंतिम इच्छा -
Rajesh Khanna की इच्छा डायरेक्टर बनने की इच्छा थी । और मेरे बंगला आशीर्वाद म्यूजिक बने जिसमें मेरे जीवन से संबंधित चलचित्र कुछ यादें कुछ ऐसा अच्छा हो जिसे लोग देखें और मुझे याद रखें लेकिन यह सपना एक सपना बनकर ही रह गया राजन प्रसाद और राजेश खन्ना की चहेती हवेली आशीर्वाद एक उद्योगपति को 90 करोड़ में किसी विवादों के कारण वह हवे उन्हें बेचनी पड़ी । जीने परिवार के सदस्य जानते भी नहीं थे वह उनके रिश्तेदार बन करके फायदा उठाने लगे थे ।
अनीता आडवाणी नामक एक महिला ने मुआवजा दावा करते हुए, राजेश खन्ना के परिवार से एक नोटिस भेजा। उसका कहना था । वह राजेश खन्ना के साथ एक रिश्ते में थी। राजेश खन्ना के जीवन में इनका कोई ऐसा विवरण दिखाई नहीं दिया यह एक अफवाह थी जिसे किसी ने माना नहीं । सुपरस्टार राजेश खन्ना की इच्छा थी कि दुबारा में जन्म लेकर आऊं फिर से वही गलती दोहराऊ जो मैने की है, और फिर से काका बनकर लोगों के बीच में आऊ।
नाम शिवा सिंहल आबूरोड राजस्थान