रस्किन बॉन्ड का जीवन परिचय । Ruskin Bond biography in hindi.
Ruskin bond biography in hindi. दोस्तों कलम के दम अब तक कई लोगों ने अपना जलवा दिखाया है । क्योंकि कलम वो हुन्नर है जो आपको रातोंरात शोहरत दे सकता है । आज हम ऐसे ही कलम के धनी लेखक रस्किन बॉन्ड के बारे में बताने जा रहे है ।
Ruskin Bond एक जाने माने भारतीय लेखक है । इनकी रचनाएं बच्चों को प्रेरित करने वाली या यूं कहें कि वे बाल साहित्य के लेखक हैं । हिमाचल प्रदेश के निवासी ये अधिकतर अंग्रेजी भाषा में लेखन करते हैं । भारत सरकार ने पद्यश्री एवं पदम् भूषण के सम्मान से सम्मानित किया । तो चलिए जानते है रस्किन बॉन्ड का जीवन परिचय । Ruskin bond biography in hindi.
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रस्किन बॉन्ड का जीवन परिचय । Ruskin bond biography in hindi.
Ruskin Bond भारत के जाने माने लेखकों में से एक है । इनका जन्म 19 मई 1934 को हिमाचल प्रदेश के कसौली में एक आर्मी हॉस्पिटल में हुआ था। इनके पिता ऑब्रे अलेक्जेंडर बॉन्ड भारत में तैनात रॉयल एयर फ़ोर्स (RAF) के एक अधिकारी थे एवं उनकी माता का नाम एरिथ क्लार्के था।
बचपन में ही इनके पिता की मृत्यु मलेरिया से हो गई थी, तत्पश्चात इनकी परवरिश शिमला, जामनगर, मसूरी, देहरादून तथा लंडन में हुई। आज-कल वे अपने दत्तक परिवार के साथ देहरादून जिला में रहते है। वे अग्रेज़ी मूल के लेखक हैं। उनकी बहन का नाम इलन बॉण्ड और भाई का नाम विल्यम बॉण्ड है।
रस्किन बॉन्ड का विवाह । Ruskin Bond wife.
रस्किन बॉन्ड अविवाहित हैं, लोगो के पूछने पर वह बड़े ही मजाकिया अंदाज में कहते हैं, अगर मेरी शादी हो जाती तो शायद मै इतने उपन्यास ना लिख पाता, पर उनकी शादी ना हो पाने का असल कारण उनके माता पिता का ना होना है। 80 के दशक में प्रेम और प्रकाश के परिवार को उन्होंने गोद ले लिया।
रस्किन बॉन्ड की प्रारंभिक शिक्षा | Ruskin Bond earlier education.
रस्किन बॉन्ड ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा शिमला के बिशप कॉटन स्कूल से पूरी की । इसके बाद वे विदेश ( इंग्लैंड ) चले गये लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने की वजह से ग्रेजुएशन में दाखिला नहीं ले पाया। बचपन से ही लिखने का शौक होने की वजह से उन्होंने कई अवार्ड भी जीते थे. उन्होंने 17 साल की उम्र में पहला उपन्यास 'रूम ऑन द रूफ' लिखी । इसके लिये उन्हें 1957 में जॉन लिवेलिन् राइस पुरस्कार से सम्मानित किया गया जो कि 30 साल से कम उम्र के कॉमनवेल्थ नागरिक को इंग्लैंड में प्रकाशित अंग्रेजी लेखन के लिये यह पुरस्कार दिया जाता है ।
इंग्लैंड में किताब छपने से पहले लेखक को कुछ एडवांस पैसे मिलते थे। इस तरह से उन्होंने 50 पाउंड एकत्र किए और उन्हीं पैसों से वर्ष 1954 में वे पानी के जहाज से वापस भारत आये।
रस्किन बॉन्ड का साहित्य लेखन व कार्य क्षेत्र | Ruskin Bond workfild
भारत आने के बाद उन्होंने दिल्ली में रहकर कई अखबारों के लिए स्वतंत्र लेखन किया। दस साल तक दिल्ली में रहे, फिर प्रकृति का सानिध्य पाने 1964 में मसूरी आ गए। उनके मुताबिक लेखन के लिए उन्हें यहां सही माहौल मिला। 500 रुपए सालभर के किराए में वह मसूरी मे रहे। मसूरी में रहकर ही उन्होंने अधिकतर किताबें लिखीं।
उनका कहना है उन्हे लेखन के लिए मसूरी के पहाड़, गढ़वाल की नदियां, झरने और जंगलों ने प्रेरित किया। राजाजी पार्क को केंद्र में रखकर उन्होंने कई उपन्यास लिखे।
रस्किन बॉन्ड के प्रेरणा स्त्रोत | Ruskin Bond motivater.
रस्किन बॉन्ड सबके पसंदीदा लेखक है जबकि उनके पसंदीदा लेखको में रविन्द्रनाथ टैगोर, रुडयार्ड किपलिंग, और चार्ल्स डिकेन्स शामिल हैं । रस्किन बॉन्ड ने सबसे ज्यादा कहानियां लगभग 500, उपन्यास, और कविताएं लिखी हैं उनकी अधिकतर रचनाएं बच्चों पर रचित है । रस्किन बॉन्ड के अनुसार कला ही जीवन है ।
रस्किन बॉन्ड की प्रमुख पुस्तकें एवं आत्मकथा । Ruskin bond books.
रस्किन बांड की लोकप्रिय पुस्तकों में पैंथर्स मून ऐंड अदर स्टोरीज़, ए फ्लाइट ऑफ पिजन्स, घोस्ट स्टोरीज फ्रॉम द राज, डेल्ही इज नॉट फ़ार, इंडिया आई लव एवं रस्टी के नामक उनकी आत्मकथा की श्रृंखला
'लोन फॉक्स डांसिंग' उनकी आत्मकथा है। उनके अनुसार यह किताब आज़ादी पूर्व भारत में आएएएफ में काम कर रहे एक अंग्रेज़ पिता और भारत में पैदा हुई अंग्रेज़ माँ की पहली संतान के जीवन की दास्तान है। जो अपने जीवन में सिर्फ एक लेखक बनना चाहता था।
रस्किन बांड के सम्मान एवं पुरस्कार | Ruskin bond Awards.
Ruskin Bond के पहले उपन्यास, द रूम ऑन द रूफ को 1957 में जॉन लेवेलिन राइस पुरस्कार मिला। उन्हें 1992 में हमारे पेड़ स्टिल ग्रो इन द डेहरा, अंग्रेजी में उनके उपन्यास के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। बॉन्ड ने बच्चों के लिए सैकड़ों लघु कथाएँ, निबंध, उपन्यास और किताबें लिखी हैं।
- भारत सरकार ने उन्हें साहित्य के क्षेत्र में उनके योगदानों के लिए सन 1999 में पद्म श्री से सम्मानित किया।
- उन्हें सन 2014 में पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया।
- आवर ट्रीज़ स्टिल ग्रो इन देहरा के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार भी उन्हे मिल चुका है।
फिल्म जगत और रस्किन बॉन्ड की रचनाएं | Ruskin bond stories in hindi.
Ruskin Bond की रचना 'फ्लाइट ऑफ़ पिजन्स' (कबूतरों की उडान) और 'एंग्री रिवर' (अप्रसन्न नदी) नामक कई उपन्यास पर फ़िल्म भी बन चुकी हैं। फिल्म अभिनेता/निर्माता शशि कपूर और निर्देशक श्याम बेनेगल ने 'फ्लाइन ऑफ़ पिजन्स' पर ही 'जुनून' नाम से एतिहासिक-प्रेम आधारित फिल्म 80 के दशक में बनाई गई।
इसी प्रकार 'सुज़ैन सेवेन हसबैंड' पर ' 7 खून माफ़' जैसी रोमांटिक-थ्रिलर के साथ बाल-कथा 'द ब्लू अंब्रेला' नाम से भारतीय फिल्म निर्देशक/निर्माता विशाल भारद्वाज ने हास्य-ड्रामा आधारित फिल्म बनाई।
रस्किन बॉन्ड का निवास स्थान | Ruskin Bond house.
मसूरी और देहरादून बॉन्ड की पसंदीदा जगह है। मसूरी में रहते हुए रस्किन बांड को कोई 56 साल बीतने को आये हैं ।छोटी उम्र में राइटर बनने का स्वप्न लिए मसूरी रहने आये बांड ने तभी समझ लिया था कि उनका जीवन बड़े शहरों के लिए नहीं बना है ।
वे अपने प्रशंसकों के लिए एक लेखक से बढ़कर एक आलीशान मनुष्य हैं – सादगी और हास्यबोध से भरपूर–अपनी रचनाओं के पात्रों की तरह । मसूरी में स्थित उनके घर का नाम आइवी कॉटेज रखा गया है ।
पहाड़ों में निवास को लेकर रस्किन बांड कहते हैं पहाड़ों में निवास करना ऐसा है जैसे कि आप एक मजबूत, गर्वीली एवं हमेशा दिलासा देती रहने वाली माँ की गोद में बैठे हों । आवास से हर बार दूर जाने के बाद यहाँ वापस लौटना हमेशा पहले से ज्यादा आनंदकारी होता है । Ruskin bond biography in hindi.
मशहूर पत्रकार शालिनी जोशी जब उनसे पूछा कि वे किस तरह याद किया जाना पसंद करेंगे । तब उन्होंने उत्तर दिया था – “एक तोंदियल बूढ़ा जिसकी दोहरी ठुड्डी थी फिर उन्होंने हंसते हुए आगे कहा - मैं चाहूंगा कि लोग मेरी किताबें पढ़ते रहें. कई बार लोग जल्द ही भुला दिये जाते हैं । यह बात अलग है कि मौत के बाद कुछ लोग ज्यादा लोकप्रिय हो जाते हैं । मुझे अच्छा लगेगा कि लोग मेरे लेखन का आनन्द उठाते रहें ।
रस्किन बॉन्ड ने अंग्रेजी साहित्य रच कर भी हिंदी साहित्य प्रेमियों को अपनी लेखनी से अभिभूत किया है, उनकी लिखी कहानी आज भी बच्चों के दिल को लुभाती है।उनकी कहानी के कैरेक्टर ‘रस्टी’ और ‘अंकल केन’ बाल साहित्य की दुनिया में आज भी सबसे फेमस कैरेक्टर्स हैं। उनकी रचनाएं चिर काल तक मानस पटल पर अपना प्रभाव छोड़ने में कामयाब रहे है ।
आशा करते है आज की जानकारी Ruskin bond biography in hindi. आपके लिए रोचक रही होगी । आप अपने विचार हमारे कमेंट बॉक्स में लिख सकते है ।। डॉ. रूपल श्रीवास्तव 'शांभवी' दतिया म.प्र. ।।